Friday, June 20, 2025

तुम्हारी ज़िंदगी रो रही है — जब तुम हर दिन खुद को पोर्न की लत में खो रहे हो

😔 परिचय: एक सच्चाई जो दिल तोड़ देती है

तुम्हें पता भी नहीं चलता...
हर बार जब तुम पोर्न देखते हो,
हर बार जब तुम एकांत में उस आदत में डूबते हो —
तो एक-एक करके ज़िंदगी तुमसे दूर होती जा रही होती है।

यह सिर्फ आनंद नहीं है,
यह एक आंतरिक आत्मा की मृत्यु है —
धीरे-धीरे, चुपचाप, दर्दनाक।

🧠 डोपामिन का खेल: जो आपको गुलाम बना देता है

जब आप पोर्न देखते हो, आपका दिमाग डोपामिन रिलीज़ करता है — एक ऐसा केमिकल जो आपको तात्कालिक खुशी देता है।

पर समस्या तब शुरू होती है जब:

  • हर छोटी-छोटी खुशी फिकी लगने लगती है
    अब किसी दोस्त से मिलना, सूरज देखना, संगीत सुनना — कुछ भी "मज़ेदार" नहीं लगता।

  • आपका ध्यान और इच्छाशक्ति कमजोर होने लगती है
    आप बार-बार सोचते हो, “अब मन नहीं लग रहा”, “फोकस नहीं बन रहा”।

  • आपका दिमाग सिर्फ एक ही चीज़ चाहता है — और वो है उत्तेजना।


😞 आप ज़िंदगी को खो रहे हो — बस महसूस नहीं कर पा रहे

जैसे-जैसे लत गहराती जाती है:

  • आप रियल लाइफ की खुशियों से कट जाते हो

  • हर चीज़ जो कभी आनंद देती थी — अब बोर लगती है

  • आप लोगों से बचने लगते हो — शर्म, अकेलापन और असली रिश्तों से दूरी

  • आप खुद से नफ़रत करने लगते हो — अंदर से टूट जाते हो


💔 औरतों को इंसान नहीं, वस्तु के रूप में देखना शुरू कर देते हो

पोर्न आपकी नज़र और सोच दोनों को जहरीला बना देता है।

  • आप औरतों को इंसान नहीं, सेक्स ऑब्जेक्ट की तरह देखने लगते हो

  • नजरें नीची नहीं, गंदी सोच से भारी होती हैं

  • आप असली रिश्तों में सम्मान और भावना नहीं रख पाते


🧨 जैसे-जैसे लत बढ़ती है…

  • आप सिर्फ सॉफ्ट पोर्न नहीं, अब हार्डकोर, हिंसात्मक, अननैचुरल कंटेंट देखने लगते हो

  • जो कभी उत्तेजना देता था, अब वो “कम” लगने लगता है

  • आप उन वेबसाइट्स, फोरम्स, और चैट्स में उतरते हो — जहां आप कभी जाना नहीं चाहते थे

फिर क्या?

❌ मन का कंट्रोल चला जाता है
❌ चरित्र कमजोर हो जाता है
❌ और आप ज़िंदगी में गलत कामों में फंसने लगते हो


🧘 क्या तुमने कभी महसूस किया...?

  • तुम्हारी आँखों में थकावट है

  • चेहरा बुझा हुआ है

  • लोगों से नज़र मिलाना मुश्किल हो गया है

  • आत्मविश्वास टूट चुका है

  • हर रात के बाद पछतावा होता है — लेकिन फिर भी दोहराते हो

क्यों?

क्योंकि अब ये तुम्हारे ऊपर हावी हो चुका है।


🕯️ पर अभी भी देर नहीं हुई है — जागो!

तुम्हारा शरीर, मन और आत्मा तुमसे मदद मांग रहे हैं।
हर बार जब तुम लत में डूबते हो, तुम्हारी ज़िंदगी चुपचाप रोती है।

लेकिन...

तुम अभी भी बच सकते हो।
तुम फिर से उठ सकते हो।
तुम्हारा भविष्य तुमसे ही है।


🔥 ताकतवर बनने का रास्ता यहीं से शुरू होता है

  1. 📱 सभी पोर्न साइट्स ब्लॉक करो

  2. 📓 Urge आने पर लिखो — "मैं क्यों भाग रहा हूं?"

  3. 💧 स्नान करो, बाहर टहलो — शरीर को जगा दो

  4. 💬 किसी अपने से बात करो — मत छुपाओ

  5. 📚 सीखो, पढ़ो, सोचो — एक बड़ा जीवन तुम्हारा इंतज़ार कर रहा है


💪 तुम पोर्न एडिक्ट नहीं हो — तुम एक लड़ाकू हो

तुम्हारे अंदर अनंत शक्ति है।
तुम्हारे अंदर वो सब है जो ज़िंदगी में चाहिए:

  • सच्चा प्रेम

  • सम्मान

  • आत्म-सम्मान

  • और सबसे ज़्यादा — मकसद


🙏 अंत में एक विनती:

अगर तुम ये पढ़ रहे हो, और अभी भी खुद को इस लत में फंसा महसूस कर रहे हो —
तो एक छोटा सा कदम आज ही उठाओ।

अपने आपसे कहो:

“मैं अब इस नकली आनंद का गुलाम नहीं रहूंगा।
मैं एक नई शुरुआत करूंगा।
मैं ज़िंदगी को गले लगाऊंगा — पूरी तरह से, सच्चाई के साथ।”


📢 अगर तुम चाहो, तो मैं तुम्हारे साथ हूं।

  • क्या तुम चाहते हो इसका PDF डाउनलोड?

  • क्या तुम्हें चाहिए एक 21-Day Detox Plan?

  • क्या तुम चाहते हो इससे जुड़ा एक फ्री कोर्स?

बस कहो। मैं सब बना कर दूंगा।
क्योंकि तुम अकेले नहीं हो — और तुम्हारी ज़िंदगी तुम्हारे साथ है। ❤️‍🔥

कैसे पोर्न और हस्तमैथुन हमारी ज़िंदगी के सपनों को चुपचाप खत्म कर रहे हैं – आज का खामोश ज़हर

 

🧨 परिचय

ज़रा सोचिए: एक युवा जोश से भरा हुआ, बड़े सपने लेकर निकला है। लेकिन हर रात वो एक बंद कमरे में, एक स्क्रीन के सामने, खुद को एक नकली दुनिया में खो देता है — सिर्फ कुछ सेकंड की खुशी के लिए। और हर बार, वो अपने असली जीवन से थोड़ा और दूर हो जाता है।

आज के डिजिटल दौर में, पोर्न और हस्तमैथुन की लत एक खामोश महामारी बन चुकी है। लाखों युवा हर दिन इस आदत में फंसे हैं और उन्हें अंदाज़ा भी नहीं कि ये आदत धीरे-धीरे उनके आत्मविश्वास, ध्यान, रिश्ते, और ज़िंदगी के मकसद को खत्म कर रही है।

आइए उस सच्चाई के बारे में बात करें जिसे कोई खुलकर नहीं कहता।

📉 सच का सामना: पोर्न केवल मनोरंजन नहीं है

लोग कहते हैं:

  • "ये तो आम बात है।"

  • "सभी करते हैं।"

  • "मैं किसी को नुकसान नहीं पहुंचा रहा।"

लेकिन हकीकत बहुत अलग है:

पोर्न आपके दिमाग की बनावट को बदल देता है
हर बार जब आप पोर्न देखते हैं, आपका दिमाग डोपामिन (pleasure chemical) से भर जाता है। धीरे-धीरे, आपको असली ज़िंदगी की चीज़ों में मज़ा आना बंद हो जाता है — पढ़ाई, दोस्ती, परिवार, काम... सब फीका लगने लगता है।

आपका ऊर्जा स्तर और इच्छा खत्म होने लगती है
हर बार जब आप हस्तमैथुन करते हैं, आप अपनी जीवन शक्ति खोते हैं। सुस्ती, आलस, थकावट महसूस होती है। और आप सोचते हैं — “आज कुछ करने का मन नहीं है।”

आप अकेले और खुद से कटे हुए महसूस करने लगते हैं
पोर्न शर्म पैदा करता है। आप लोगों से बचने लगते हैं, बात करना कम कर देते हैं, आत्मविश्वास खो देते हैं।


⚠️ क्या ये नशे से भी खतरनाक है?

सच कहें:

  • कोकीन और हेरोइन शरीर को बर्बाद करते हैं।

  • लेकिन पोर्न मन को धीरे-धीरे अंदर से खा जाता है

  • कोई बाहर से नहीं देख सकता, कोई गंध नहीं, कोई निशान नहीं।

  • लेकिन असर? बेहद गहरा और खतरनाक।


😔 कैसे ये आपके सपनों की हत्या करता है

एक-एक करके आपकी ज़िंदगी बदलने लगती है:

  1. ध्यान टूटता है – पढ़ाई और काम में मन नहीं लगता

  2. आत्म-सम्मान खत्म होता है – खुद को बेकार महसूस करना

  3. अकेलापन बढ़ता है – लोग दूर हो जाते हैं

  4. समय की बर्बादी – घंटों बर्बाद, पछतावा साथ

  5. चिंता और डिप्रेशन – “मैं कुछ नहीं कर सकता” वाली सोच

  6. सपनों की मौत – धीरे-धीरे हौसला मरने लगता है


💥 जागो! ये तुम नहीं हो

तुम्हारा जन्म सिर्फ स्क्रीन पर देखने और पलायन करने के लिए नहीं हुआ।

तुम्हारे पास एक मकसद है, एक सपना है। कुछ ऐसा जो इस दुनिया में सिर्फ तुम ही कर सकते हो। सिर्फ कुछ सेकंड की खुशी के लिए अपना भविष्य मत गंवाओ।


🧘 आज से बदलाव कैसे शुरू करें? (7 दिन की योजना)

  1. 🔒 सभी एडल्ट साइट ब्लॉक करें (BlockSite ऐप लगाएं)

  2. 📱 फ़ोन को ब्लैक एंड वाइट मोड में डालें

  3. 💧 ठंडे पानी से स्नान करें रोज़

  4. 🧘 10 मिनट ध्यान करें

  5. 📓 इच्छा आने पर जर्नल में लिखें – "मैं क्या महसूस कर रहा हूं?"

  6. 📞 किसी भरोसेमंद से बात करें

  7. 📚 “Your Brain on Porn” जैसी किताबें पढ़ें


💡 तुम कमज़ोर नहीं हो — तुम जाग रहे हो

हर महान व्यक्ति ने संघर्ष किया है। फर्क बस इतना है कि कुछ ने हार मान ली, और कुछ ने लड़कर जीत ली

तुम अपनी ऊर्जा दोबारा हासिल कर सकते हो।
तुम अपने सपनों को वापस ला सकते हो।
तुम इस लत से कहीं ज़्यादा मज़बूत हो।


🙏 अंत में बस इतना कहना है:

अगर आप संघर्ष कर रहे हैं, तो खुद से मत भागिए।
एक छोटा कदम आज ही उठाइए।

इस ब्लॉग को अपने किसी दोस्त के साथ साझा करें।
नीचे कमेंट करें: “मैं तात्कालिक सुख नहीं, जीवन में उद्देश्य चुनता हूं।”
आइए मिलकर एक ऐसी युवा पीढ़ी बनाएं जो जागरूक, शक्तिशाली और सफल हो।


Tuesday, February 25, 2020

यह शक्ति कौन सी है? इसका जीवन मे क्या महत्व है?

भाग 2
जैसे आप पीछले भाग मे जीवन क्या है? सफल जीवन क्या है? पढे की यह शक्ति हमारे जीवन मे सुख समृद्धि आनन्द सपने सारे सच हो सकते है, पर कैसे? जानने के लिये आखिर शब्द तक पढे--
“मैं नहीं जानता कि यह कौन सी शक्ति है; मैं तो केवल इतना जानता हूँ कि यह है।”
अलेक्ज़ेंडर ग्राहम बेल (1847–1922)
टेलीफ़ोन के आविष्कारक

जीवन के दो हि पहलू है-
जीवन सरल-सहज है, क्योंकि जीवन में केवल दो ही तरह की चीज़ें होती हैं : सकारात्मक चीज़ें नकारात्मक चीज़ें। आपके जीवन का हर क्षेत्र – चाहे यह आपका स्वास्थ्य हो, आर्थिक स्थिति हो, लोगों से संबंध हों, काम-धंधा हो या सुख-शांति हो – आपके लिए या तो सकारात्मक है या फिर नकारात्मक है। आपके पास पैसा या तो बहुत ज़्यादा है या बहुत कम है। आप या तो पूरी तरह स्वस्थ हैं या अस्वस्थ हैं। लोगों से आपके संबंध या तो मधुर हैं या कटु हैं। आपका काम-धंधा या तो रोमांचक और सफल है, या फिर असंतोषजनक और असफल है। आप या तो हमेशा ख़ुश रहते हैं या अधिकांश समय त्योरियाँ चढ़ाए रहते हैं। अच्छे वर्ष या बुरे वर्ष, अच्छे समय या बुरे समय, अच्छे दिन या बुरे दिन।

हमारा जीवन अधिकतर अभाव मे क्यो है? 
यदि आपके जीवन में सकारात्मक चीज़ें कम और नकारात्मक चीज़ें अधिक हैं, तो कहीं न कहीं, कोई न कोई गड़बड़ है – और आपको यह बात मालूम होती है। जब आप सुखी लोगों को मनचाही चीज़ों से भरे बेहतरीन जीवन का आनंद लेते देखते हैं, तो आपके मन में विचार आता है कि आपको भी ऐसा ही जीवन जीने का हक़ है। और आप सही सोचते हैं! वाक़ई आप मनचाही चीज़ों से भरे बेहतरीन जीवन के हक़दार हैं।

समृद्ध व्यक्ति आखिर क्या अलग करता है? 
बेहतरीन जीवन जीने वाले अधिकांश लोगों को यह मालूम नहीं होता कि इसे पाने के लिए उन्होंने क्या किया है। लेकिन उन्होंने कुछ तो किया था। सच तो यह है कि उन्होंने उस शक्ति का इस्तेमाल किया था, जिसकी वजह से जीवन में हर अच्छी चीज़ मिलती है…
क्या यह नियम अपवाद है? 
इस नियम का कोई अपवाद नहीं है। जिस भी व्यक्ति का जीवन बेहतरीन है, उसने इसे हासिल करने के लिए प्रेम की शक्ति का इस्तेमाल किया था।प्रेम ही वह शक्ति है, जिसकी वजह से आपको जीवन की सभी सकारात्मक और अच्छी चीज़ें मिलती हैं!
मानव जाति की शुरुआत से ही प्रेम के बारे में बहुत कुछ लिखा और कहा गया है। हर धर्म ने प्रेम को ऊँचा दर्जा दिया है। हर महान चिंतक, दार्शनिक, धर्मगुरु और लीडर ने इसकी महिमा का बखान किया है। लेकिन हममें से अधिकांश लोग उनकी गूढ़ बातों के पीछे छिपे वास्तविक अर्थ को नहीं समझ पाए। यह बात सच है कि उन्होंने अपने युग के लोगों को ध्यान में रखकर अपना संदेश दिया था, लेकिन वह संदेश अमर है और हर युग के लोगों पर लागू होता है। उनका संदेश आज के संसार में भी सच है, प्रासंगिक है। प्रेम सचमुच सबसे बड़ी शक्ति है, क्योंकि जब आप प्रेम करते हैं, तो आप बह्मांड की महानतम शक्ति का इस्तेमाल कर रहे हैं।


प्रेम की शक्ति

“अदृश्य होने के बावजूद प्रेम भी वायु या जल जितना ही वास्तविक है। यह एक सक्रिय, जीवंत और गतिशील शक्ति है… समुद्र की तरह ही प्रेम भी लहरों और धाराओं में चलता है।”
प्रेंटिस मलफ़ोर्ड (1834–1891)
नव विचारवादी लेखक

संसार के महानतम चिंतकों और धर्मगुरुओं ने जिस प्रकार के प्रेम का संदेश दिया है, वह अधिकांश लोगों के प्रेम की परिभाषा से बहुत अलग है। इसका अर्थ केवल अपने परिवार वालों, मित्रों और प्रिय वस्तुओं से प्रेम करना ही नहीं है। यह इससे बढ़कर है, क्योंकि प्रेम सिर्फ़ भावना ही नहीं है : प्रेम तो एक सकारात्मक शक्ति है। प्रेम कमज़ोर, नाज़ुक या कोमल नहीं होता! प्रेम तो जीवन की सकारात्मक शक्ति है! प्रेम ही हर सकारात्मक और अच्छी चीज़ की बुनियादी वजह है। जीवन में सैकड़ों अलग-अलग सकारात्मक शक्तियाँ नहीं हैं; सिर्फ़ एक ही शक्ति है – और वह है प्रेम।

यह शक्ति भौतिकी का हिस्सा है? 
गुरुत्वाकर्षण और विद्युत-चुंबकत्व जैसी प्राकृतिक शक्तियाँ हमारी इंद्रियों को दिखाई नहीं देतीं, लेकिन उनकी प्रबल शक्ति के बारे में कहीं कोई शंका या विवाद नहीं है। इसी तरह प्रेम की शक्ति भी हमें दिखाई नहीं देती, लेकिन यह दरअसल किसी भी प्राकृतिक शक्ति से ज़्यादा शक्तिशाली है। इस विषय के बारे मे हम Quantum Physics से जान सकते है, और  इसकी शक्ति के प्रमाण संसार में हर जगह देखे जा सकते हैं। प्रेम के बिना जीवन ही संभव नहीं है।
सोचे अगर प्रेम ना होता तो क्या होता? 
इस प्रश्न के बारे में ज़रा एक पल विचार करें : प्रेम के बिना संसार कैसा होता? पहली बात तो यह है कि यदि प्रेम नहीं होता, तो आप इस दुनिया में आ ही नहीं पाते। प्रेम के बिना आप पैदा ही नहीं हो सकते थे। आपके परिवार के सदस्य और मित्र भी पैदा नहीं होते। सच तो यह है कि हमारे इस ग्रह पर एक भी व्यक्ति पैदा नहीं होता। यदि आज प्रेम की शक्ति किसी कारण थम जाए, तो विश्व की जनसंख्या कम होने लगेगी और अंतत: पूरी मानव जाति ख़त्म हो जाएगी।
क्या प्रेम के बिना जीवन असम्भव है?
हा ऐसा हि है- प्रेम के बिना इस जीवन मे कुछ भी नहि है, यहा तक इस धरती पर आस्तित्व सम्भव हि नहि है , जो मानव हृदय के प्रेम की बदौलत ही हर खोज, आविष्कार और सृजन संभव हुआ। यदि राइट बंधुओं का प्रेम नहीं होता, तो हम हवाई जहाज़ में नहीं उड़ पाते। यदि वैज्ञानिकों, आविष्कारकों और खोजियों का प्रेम नहीं होता, तो हम विद्युत, अग्नि और प्रकाश के बिना ही रह रहे होते। हम कार या मोटर साइकल नहीं चला पाते। हम फ़ोन, बिजली से चलने वाले उपकरणों या प्रौद्योगिकी के किसी भी आविष्कार का इस्तेमाल नहीं कर पाते, जिनकी वजह से जीवन ज़्यादा सुविधाजनक और आरामदेह बनता है। वास्तुविदों और भवन-निर्माताओं का प्रेम नहीं होता, तो मकान, इमारतें या शहर नहीं बन पाते। प्रेम नहीं होता, तो दवाएँ, डॉक्टर या आपातकालीन सुविधाएँ भी नहीं होतीं। कोई शिक्षक, स्कूल या शिक्षा भी नहीं होती। कोई पुस्तक, पेंटिंग और संगीत भी नहीं होता, क्योंकि इन सभी को प्रेम की सकारात्मक शक्ति द्वारा ही बनाया जाता है। अपने चारों ओर नज़र डालें। आपको मानव-निर्मित जो भी चीज़ दिखती है, उसका अस्तित्व प्रेम के अभाव में संभव ही नहीं था।


“अगर आप प्रेम को हटा लें, तो हमारी पृथ्वी क़ब्रिस्तान बन जाएगी।”
रॉबर्ट ब्राउनिंग (1812–1889)
कवि
हम अगले भाग प्रेम कि शक्ति हि आपको चलाती है
ये ब्लाग कैसा लगा comment करके जरुर बताये,
यह लेख ''The Power''पुस्तक से है ,जिसका लेखक Rhonde Bryne है,
जो आप सभी के जीवन मे सकरात्मक बद्लाव लायेगी!  आगे के सभी अध्याय मे हम ये सिखे कि जीवन कैसे जीना है...
Dharmendra Vishwakarma

Wednesday, February 19, 2020

जीवन क्या है ?/सफल जीवन क्या है?

1-शक्ति जो हम सभी के साथ है- जो जीवन मे हर प्रकार कि खुशियो से भर सकता है-
आप सभी के लिये एक नये अध्याय से शुरु करते है जो जीवन के एहसास और खुशीया जो सच मे जीवन क अर्थ है  और वो एक अद्‌भुत जीवन जीने के लिए बनाया गया है!

जीवन क्यो मिला है? 
जीवन हर मनचाही और प्रिय चीज़ पाने के लिए बनाया गया है। आपको इस तरह बनाया गया है कि आपका काम रोमांचक हो और आप अपनी सभी मनचाही चीज़ें हासिल कर सकें। अपने परिवार और मित्रों के साथ आपके मधुर संबंध रहें। परिपूर्ण और सुखी जीवन जीने के लिए पर्याप्त धन-संपत्ति हो। आपको इस तरह बनाया गया है कि आप इसी जीवन में अपने सपने साकार कर सकें – सारे सपने! अगर आपके मन में सैर-सपाटे की प्रबल इच्छा है, तो आपको सैर-सपाटे के लिए ही बनाया गया है। अगर आपके मन में कोई व्यवसाय करने की प्रबल इच्छा है, तो आपको व्यवसाय करने के लिए ही बनाया गया है। अगर आप डांस, नौकायन या इतालवी भाषा के अध्ययन से प्रेम करते हैं, तो आपको इसी के लिए बनाया गया है। यदि आपके मन में संगीतकार, वैज्ञानिक, उद्यमी, आविष्कारक, कलाकार, अभिभावक आदि बनने की प्रबल इच्छा है, तो आपको इसी के लिए बनाया गया है!

हर दिन जीवन कैसा होना चाहिए? 
जीवन जो है हर दिन जागने पर आपके मन में उमंग और रोमांच का सैलाब होना चाहिए, क्योंकि आप जानते हैं कि दिन भर आपके साथ बेहतरीन चीज़ें होंगी। आपको खिलखिलाने और ख़ुशियों से भरपूर जीवन जीने के लिए बनाया गया है। आपको शक्तिशाली और सुरक्षित महसूस करने के लिए बनाया गया है। आपको अपने अमूल्य होने का एहसास रखने और अपने बारे में अच्छा महसूस करने के लिए बनाया गया है। ज़ाहिर है, समय-समय पर आपके जीवन में चुनौतियाँ भी आती हैं। उन चुनौतियों को भी आप ही के लिए बनाया गया है, ताकि आप विकास कर सकें। लेकिन यह न भूलें कि आपको समस्याओं और चुनौतियों से उबरने के लिए बनाया गया है। आपको जीवन भर जीतने के लिए बनाया गया है! आपको सुखी होने के लिए बनाया गया है! आपको अद्‌भुत जीवन जीने के लिए बनाया गया है!

जीवन इस लिये नहि बना कि आप दुखी रहे? 
आपको जीवन भर संघर्ष करते रहने या दुखी रहने के लिए नहीं बनाया गया है। आपको ऐसा जीवन जीने के लिए नहीं बनाया गया है, जिसमें ख़ुशी के पल गिने-चुने हों और कभी-कभार ही आएँ। आपको सप्ताह में पाँच दिन अपनी नीरस नौकरी में थके-थके रहने और वीकएंड्‌स पर ही क्षणिक ख़ुशी महसूस करने के लिए नहीं बनाया गया है। आपको सीमित ऊर्जा के साथ जीने और हर शाम थकान से चूर रहने के लिए नहीं बनाया गया है। आपको चिंता करने या डरने के लिए नहीं बनाया गया है। आपको कष्ट उठाने के लिए इस धरती पर नहीं भेजा गया है। आपको इस उद्‌देश्य से जीवन नहीं दिया गया है! आपको तो जीवन का हर अनुभव लेने और हर मनचाही चीज़ पाने के लिए बनाया गया है! साथ ही आपको ख़ुशी, स्वास्थ्य, ज़िंदादिली, रोमांच और प्रेम से सराबोर रहने के लिए भी बनाया गया है… क्योंकि यह जीवन अद्‌भुत है!

आप पा सकते है, जो आप चाहे? कैसे?
आपके मन में जो भी बनने, करने या पाने की प्रबल इच्छा है – यानी आपके सपनों का जीवन – वह हमेशा आपकी उम्मीद से कहीं ज़्यादा क़रीब है, क्योंकि हर मनचाही चीज़ पाने की शक्ति आपके भीतर ही है!



“एक सर्वोच्च और नियंत्रणकारी शक्ति इस असीम ब्रह्मांड में फैली हुई है और इस पर शासन करती है। आप इस शक्ति का हिस्सा है।”
और यहि शक्ति हम इस लेख के अनेक भाग से सीखे! जारी रहेगा मिलते है इस लेख के दुसरे भाग मे..
यह सक्ति कौन सी है

यह लेख ''The Power''पुस्तक से है ,जिसका लेखक Rhonde Bryne है,
जो आप सभी के जीवन मे सकरात्मक बद्लाव लायेगी!  आगे के सभी अध्याय मे हम ये सिखे कि जीवन कैसे जीना है...
Dharmendra Vishwakarma

Saturday, June 22, 2019

आकर्षण का सिद्धांत का प्रयोग कर- पाये खुशिया, अनमोल रिश्ते, पैसे आदि|

मुझे उम्मीद है यह लेख आप सभी का जीवन बदल देने वाला है-  जरुर पढ़े---इस आकर्षण का सिद्धांत का पहला भाग है, जो आप सभी को पसंद आएगा की कैसे हम अपने जीवन के निर्माता है, और कैसे हम अपने जीवन को बदल सकते है, तो अंत तक पढ़िए,

ब्राह्मांड में सबसे ज्यादा शक्तिशाली जो नियम है - वह है आकर्षण का सिद्धांत ( LAW OF ATTRACTION), यह वह सिद्धान्त है जो गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत जैसा है , जो आपके हमारे जीवन में हमेशा काम करता है, यानि इस क्षण में भी काम कर रहा है, यानि हम सब हमेशा सृजन की अवस्था में होते है| हर पल हर दिन हम अपने विचारो से अपनी जीवन का वास्तविकता बना रहे है, चेतन रूप से या अवचेतन रूप से , हम इसे रोक नहीं सकते और न ही बदल सकते है, और न ही इसे हम निर्माण कर सकते है, क्योकि सृजन कभी रुकता नहीं है|

हमें सिर्फ यह समझना है की आकर्षण का सिद्धांत काम कैसे करता है , और इसे हम अपना सफलता की कुंजी कैसे बना सकते है? तो चलिए शुरू करते है--------------
यदि हम अपने जीवन में कुछ करना चाहते है , या वर्तमान स्थितियों को बदलना चाहते है, भविष्य को सुनहरा अद्भुत व्यक्तित्व बनना चाहते है तो हमें - आकर्षण के सिद्धांत को अपने भूमिका में समझने की आवश्यकता है|

महत्वकांक्षी बने ( चमत्कार की अपेक्षा करे)

आकर्षण का सिद्धांत अनंत संभावनाओ, अनंत बहुतायत और अनंत आनन्द के लिए अनुमति देता है|
यह कोई जरुरी नहीं की हम जो पाना चाहते है उसके लिए कठिन परिश्रम ही करना पड़े, क्योकि हमारे ऊपर यह निर्भर करता है की, हम उस लक्ष्य को पाने का रास्ता कैसा विचार रहे है, सच कहे तो यह अद्भुत है, जो हमारे  आपके जीवन को हर तरह से बदल सकता है|


देखा जाये तो आकर्षण का सिद्धान्त वास्तव में यह समझने के लिए है की, आपके जीवन में यह कैसे काम करता है, हमें केवल कुछ बातो पर ध्यान देने की आवश्यकता है| मै आपको आकर्षण के सिद्धांत के बारे में बताऊंगा , यह आपको अपने जीवन में इस नियम का पक्का खिलाड़ी कैसे बने, जो आप अपने जीवन के तमाम क्षेत्र में सफलता को आकर्षित करने के लिए, एक ध्यान तकनीक, और कुछ सुझाव|

तो देर किस बात की जल्दी शुरू करते है---


आकर्षण का सिद्धांत क्या है?

अगर मै इसे सीधा सीधा शब्दों में स्पष्ट करू तो आप अपने जीवन में वही आकर्षित करते है, जिसपर आपका ध्यान केन्द्रित होता है, जिसके बारे में आप ज्यादा सोचते है, आप अपनी पूरी उर्जा किस विचार या भावनाओ पर दे रहे है, आप उन्ही सारी परिस्थितियों को अपने तरफ आकर्षित करते है| वही चीजे आपके साथ घटित होगा|

समझिये यह कैसे काम करता है?

 आप आकर्षित कर रहे है- यदि आप उत्साहित, उत्साही, भावुक, खुश, हर्षित, सराहना, या प्रचुर मात्रा में महसूस कर रहे है, तो आप ब्रहमांड को सकारात्मक उर्जा भेज रहे है|

दूसरी और, यदि आप उबाऊ, चिंतित, तनाव से बाहर, गुस्से में, नाराज या दुखी महसूस कर रहे है, तो आप नकारात्मक उर्जा भेज रहे है ब्रहमांड को, वही आपके साथ ज्यादा घटित होगा|

ब्रहमांड, आकर्षण के सिद्धांत के माध्यम से, आपके दोनों एहसास को चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक वह पूरा उत्साहपूर्वक जबाब देगा| यह सिद्धांत तय नहीं करता की आपके लिए कौन सा बेहतर है, यह सिर्फ वही एहसास का परिणाम देगा जो आप अनुभव कर रहे है, यानि आप जिस प्रकार की विचारो या भावनाओ पर उर्जा देंगे वह इसका जबाब देता है,  ठीक वैसा ही प्रचुर मात्रा में आपको वापस देता है| यानि आप जो उर्जा दे रहे है ठीक वह उसी प्रकार आपको वापस भेज रहा है|

किसी भी समय आप जो भी सोच रहे है या महसूस कर रहे है, वह ठीक उसी प्रकार ब्रहमांड के लिए वह आपका अनुरोध है , चाहे वह गलत हो या सही इससे कोई फर्क नहीं पड़ता| क्योकि अपका उर्जा कम्पन उर्जा को उसी आवृत्तियो और वापस आकर्षित करेगी, आपको यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है की आप लगातार उर्जा, विचार और भावनाओ को बाहर भेज रहे है जो आप चाहते है, करते है है या जो अनुभव करते है |

आपका कार्यप्रणाली यानि आपको उर्जा उसी अनुरूप देना चाहिए जो आप अपने जीवन में आकर्षित करना चाहते है|

यदि आप आनन्द और प्रेम आकर्षित करना चाहते है, तो आनद और प्रेम की कम्पन आवृत्तियो  को आप बनाना चाहते है|

आकर्षण का सिद्धान्त का उपयोग कैसे करे?



एक बार जब आप आकर्षण का सिद्धान्त को समझते है, और यह भी की यह काम कैसे करता है, तो अपने इच्छानुसार आप एक बेहतर जीवन बना सकते है|

आप अपने दिन के दौरान उतपन्न होने वाली स्थितियों के लिए अलग तरह से प्रतिक्रिया करना चुन सकते है |

आप अलग तरह से सोचना चुन सकते है |

आप उन चीजो के बारे में ध्यान केन्द्रित करना और सोचना चुन सकते है, जिन्हें आप अपने जीवन में अधिक चाहते है |

 आप  उन चीजो का अधिक अनुभव करना चुन सकते है जो आपको अच्छा महसूस कराती है | 

आप अपने विचारो और भावनाओ को प्रबंधित करके अपने भविष्य के निर्माण अपने इच्छानुसार बना सकते है |

आकर्षण का सिद्धांत का उपयोग करना तिन चरणों वाली प्रक्रिया है: पूछना, विश्वास करना और प्राप्त करना, आइये हम हरेक पहलु पर विस्तार से जाने|

1. आप जो चाहते है उसके लिए ब्रहमांड से पूछे, बल्कि वह नहीं जो आप नहीं चाहते-

हर दिन, आप ब्रहमांड को अनुरोध भेजते है- साथ ही साथ आपके अवचेतन मन को- विचारो के रूप में: शाब्दिक रूप से, आप जो सोचते है, उसके बारे में पढ़ते है, उसके बारे में बात करते है, और अपना ध्यान देते है | दुर्भाग्य से , हम जिस पर ध्यान देते है वह अक्सर बिना सोचे समझे होता है , जो हम जानबूझकर नहीं सोचते या विचारते है, आप बस स्थितयो पर प्रतिक्रिया करते है |

क्योकि आकर्षण का सिद्धांत कहता है की आप अपने जीवन में वही पाते है जिस पर आपका उर्जा यानि ध्यान, और जिस पर आप ज्यादा ध्यान देते है | चाहे वह आप चाहते है या नहीं चाहते है इससे कोई फर्क नहीं पड़ता|

आप जो सोचते और महसूस करते है, उसके बारे में आपको अधिक विचार-विमर्श करना चाहिए|

आप जो विचार ब्रहमांड को भेज रहे है उसमे आपको ज्यादा निपुण होने की आवश्यकता है की आपको चाहिए क्या? आपको यह तय करना होगा की आप चाहते क्या है? लेकिन उन भावनाओ को अहसास करने का भी अभ्यास करे जो आप इसे अनुभाव करेंगे|

शायद आप कैरियर बदलना चाहते है, दुसरे राज्य में जाना चाहते है, एक प्रमुख पेशेवर पुरष्कार जीतते है, अपना टीवी शो करना चाहते है, या एक बड़ी बीमारी से उबरते है |

  • अपने लक्ष्य पर " पहुच" जाने के बाद आप कैसा महसूस करेंगे ?
  • आप उस समय दिन भर क्या कर रहे होंगे?
  • आप किसके साथ समय बिता रहे होंगे?
जितना अधिक आप ध्यान केन्द्रित करते है और उसके बारे में बात करते है की आप क्या चाहते है,( इसके बजाय की आप क्या नहीं चाहते है), उतनी ही तेजी से आप अपने सपनोँ और लक्ष्यों को प्रकट करेंगे |

2. विश्वास करो जो आप चाहते है, वह आपको मिलेगा, फिर उसके बाद आप कार्य करे-

यह मानने का क्या मतलब है , की आपको वह मिलेगा जो आप चाहते है?

इसका मतलब है की एक सकारात्मक उम्मीद बनाये रखना, अपने दिन के बारे में निश्चितता के साथ जाने- यह जानते हुए की आप अपना भविष्य उन शक्तियों के हाथ में दे दिए है जो आपकी तुलना में ज्यादा शक्तिशाली है|  यानि आपको इस बात पर दृढ विश्वास रखना होगा और निर्णय लेना होगा की आप जो चाहते है वह बिल्कुल होगा |

यह हमेशा आसान नहीं होता है |

कई लोगो की सिमित सोच होती है जो उनके जीवन में प्रचुरता और ख़ुशीया कभी आकर्षित नहीं कर पाते|
यदि इसको समझना चाहते है तो सबसे पहले आपको अपनी सिमित सोच को दूर करना होगा, और वह विश्वास बनाना होगा जो आप चाहते है , उसके योग्य बनने और खुद से प्यार और उसके अनुरूप अपने आप को काबिल बनना पड़ेगा | साथ ही साथ होशियार बने पर्याप्त मात्रा में, मजबूत, आकर्षक, समृद्धि और ज्यादा मात्रा में पर्याप्त हर एक तरफ से जो आपके सपनो के करीब ले जाये, और जो सच कर सकता है|

एक बार जब आप यह मान लेते है की आप जो चाहते है वह आपको मिल गया है , दूसरा महत्वपूर्ण यह है की उसपे आपको कार्य करना पड़ेगा|

अपने वांछित परिणाम पैदा करने वाले कार्यो को कर लेना आपके विश्वास की पुष्टि होगी जो आप पाना चाहते है, विश्वास करे वह आपके बहुत करीब है|

3. प्राप्त करे जो आप चाहते है, अपने उर्जा के कम्पन को उस दायरे में आकर-

यह प्राप्त करने के लिए की आप जो इरादा कर रहे है, आपको अपने जीवन में आकर्षित करें के लिए अपने उर्जा कम्पन को उस  दायरे में करकर |

अपने उर्जा कम्पन को आप जो चाहते है उसका सबसे असं तरीका यह है की आप पुरे दिन प्यार, ख़ुशी, प्रशंशा, औरे कृतज्ञ रहे और हमेशा सकारात्मक भावनाओ पर ध्यान केन्द्रित करे | आप उन भावनाओ को को महसूस करने का भी प्रयास कर सकते है, जिन्हें आप अनुभव कर रहे है यदि आपके पास पहले से ही आप क्या चाहते है इस पर ध्यान बनाये रखे | आप इन भावनाओ को उन विचारो के माध्यम से भी बना सकते है जो आप सोचते है, यानि अपने विचारो के प्रति सजगता दिखाकर | वास्तव में अगर देखा जाये तो, आपके विचार हर समय भावनाओ को पैदा कर रहे है, इसलिए अपने आप पर ध्यान देना बहुत जरुरी है, जब आपकी भावनाए नकारात्मक हो जाये तो उन्हें तुरंत सकारात्मक बहनो में बदल दे |

सबकुछ के साथ , यह समय और अभ्यास लेता है| हालाँकि, जितना अधिक आप एक आकर्षक प्रयास करते है, जो आप चाहते है, अगर इन चरणों का पालन करते है, यह आपके लिए बहुत ही असं हो जायेगा|

आप चमत्कार की उम्मीद करना शुरू कर सकते है |
यह सिद्धांत का पहला भाग है--
आगे दिए गए विषय पर लेख लिखूंगा----

धन और आकर्षण का नियम

प्रेम और संबंधों में आकर्षण का नियम

मार्गदर्शन के लिए आकर्षण का नियम


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THANKS 
DHARMENDRA VISHWAKARMA 
FOUNDER- VISHWA HAPPINESS FOUNDATION


Saturday, March 30, 2019

क्या आप अपने जीवन के प्रति जिम्मेदार है?

मेरे उम्मीद से ज्यादा मेरा पिछला पोस्ट विचारो को बदल कैसे सफल हो 
पढ़ा गया, और लोगो ने सराहा भी इस विषय को , और मै आप सब का आभारी हूँ, की मेरा पोस्ट आप सब को पसंद आ रहा है|
आज का जो विषय है- क्या आप अपने जीवन के प्रति जिम्मेदार है? ये विषय चुनने का मकसद मेरा यही है की आप अपने जीवन के प्रति कितना सजग है और कितना अपने ऊपर काम कर रहे है, और इसे किस प्रकार का बनाना चाह रहे है? यह शक्तिया आपके पास है, ये आपके ऊपर निर्भर करता है की आप इस ब्रहमांड की शक्ति का कैसे उपयोग करते है? तो आखिरी तक पढ़िए-

कैसा लगा कामेंट करके बताये , और दोस्तों के साथ जरुर शेयर करे- शायद इस छोटी सी कोशिश से किसी का जीवन बदल जाये|

 आप अपने जीवन के प्रति जिम्मेदार है ? हाँ मेरा तो यही उत्तर है | तो मै यही कहना चाहूँगा की जिंदगी में जितनी भी भी घटित घटनाये है, चाहे वो सुख दुःख या कोई भी ऐसी घटना है, जो आपके जीवन में घटित हो रहा है| तो इस परिस्थिति का जिम्मेदार आप स्वयं है?  कैसे???? तो सीधे तौर पर यही कहूँगा की आप ही हो अपने जीवन के निर्माता सब कुछ जो आपके साथ हो रहा है, यह बात पढ़कर आप थोड़ी देर के अचंभित भले हो| लेकिन यह कटु सच्चाई है, जिसे आप झुठला नहीं सकते | हम जिस जगह रह रहे है, जिस प्रकार के कपडे पहन रहे है,  और जिस घर में रह रह रहे है, हमने खुद बनाया है| ये बात सच है की हम अपनी दुखद या सुखद परिस्थितियों के खुद स्वयं जिम्मेदार है| इस बात को हम इस तरह से समझते है- की कैसे हम अपनी जिंदगी सफलता विफलता के खुद जिम्मेदार है?
जिंदगी में हमारे एक सिद्धान्त काम करता है, अनजाने में ही सही पर वो हम सबके साथ काम कर रहा है|
वो सिद्धांत है "आकर्षण का सिद्धान्त" जो हम सभी के साथ घटी घटनाओ का रूप है, जो हमने कभी उस विषय पर विचार किया, सोचा समझा व् लगातार अपने जहन में बिठाये रखे उस बात को- वो बात गलत या सही इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, की आप गलत या सही सोच रहे है, ये काम करता है, जैसे गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत जो हम सभी पर लागु होता है| जैसे कोई भी ठोस वास्तु ऊपर फेके तो वो निचे ही गिरता है न की ऊपर जाता है|
यह ठीक गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत पर ही काम करता है| यानी " जैसे सोचेगे,वैसे आज नहीं तो कल वैसे ही हम बन जायेंगे" यानि हम जिस प्रकार का सोच रखते है, चाहे वह गलत या सही इसका परिणाम हम भुगतते है| यानि ठीक उसी प्रकार जैसे जमींन में किसी भी प्रकार का बीज डाल दे, तो मिट्टी यह नहीं देखती की जहर का वृक्ष बोया है, या कोई फल का वृक्ष | ठीक इसी प्रकार हमारा मष्तिष्क जिसे हम अवचेतन मन कहते है| यह भी वैसे ही काम करता है, क्या गलत है, क्या सही इसका फर्क नहीं पड़ता हमारे अवचेतन मन पर आप जैसा सोचेंगे वैसे ही घटनाये आपके साथ घटित होती रहेगी|मानिये आपका अवचेतन मन अलादीन के चिराग जैसा है| यानि आपका गुलाम ' जिसे जो हुक्म दिया जाये वह ठीक वही कार्य करे' , तो यह सीधा सीधा इस बात से यह निष्कर्ष निकलता है की- हम अपनी असफलता का खुद जिम्मेदार है| वह कैसे तो, चलिए जानते है-
हमारे मन में कुछ इस प्रकार के विचार अपना जड़े जमा चुकी है-
कोई भी कार्य शुरू करने से पहले असफलता का डर- अक्सर ऐसा होता है - हम जब भी कभी कोई नयी शुरुवात करने जाते है, यह सबसे बड़ी व् खास बात होती है, जैसे--
          असफलता से पहले ही दर जाना|
          क्या होगा जब मई फेल हो जाऊंगा|
          लोग क्या कहेंगे?
          दुसरो से तुलना करने लगते है , वो नहीं कर पाया तो मै कैसे कर पाऊंगा ?
एवं अन्य प्रकार की बहुत सारी नकारात्मक बाते हमारे मष्तिष्क में घर कर बैठती है, और अगर हम हिम्मत कर आगे बढ़ते भी है, तो असफलता हाथ लगती है|
अपने जीवन में हमेशा कमी महसूस करना-  अक्सर ऐसा भी होता है हम हमेशा ये सोचने लगते है की मेरे पास इस चीज की कमी है, पैसे नहीं है, सही घर नहीं है, सही लोग नहीं है, मेरे पास कमी है कमी है... इस बात का हमारे मन पर बहुत गहरा असर पड़ता है- और हमारे जीवन में कमिया ही कमिया रहती है| और हम कभी आगे नहीं बढ़ पाते....

कैसे हम इन सारी नकारात्मक विचारो से मुक्ति पा सही वस्तुओ, सुख,ख़ुशी,स्वास्थ,धन,ऐश्वर्य सब कुछ पा सकते है-
इस विषय पर चर्चा अगले लेख में किया जायेगा--

                    "यानि हमारा मष्तिष्क ही हमारे जीवन में हो रही घटनाओ का प्रतिबिंब है"
एक कहावत है " बोये बीज बबूल का तो आम कहा से खाये" 
 ठीक इसी प्रकार हम जो कुछ सोचते विचरते है- उसका सीधा सीधा प्रभाव हमरे जीवन में आने वाली घटनाओ पर पड़ता है|
मुझे उम्मीद है--
आप मेरी बातो को समझ गए होंगे|
धन्यवाद

Saturday, September 15, 2018

विचारो को बदल कैसे सफल हो

उम्मीद है आपको मेरा पिछला पोस्ट पसंद आया होगा | यदि आप खुद को प्रोग्राम नहीं करते , तो जीवन आपको अपने तरीके से प्रोग्राम करने लगती है| जरुर पढ़े

जैसे मेरे पिछले पोस्ट के कहने के अनुसार मै आज आप सब के लिए विचारो को बदल कैसे सफल हो |

इस विषय पर बात करूँगा , विचार जिसका नाम सुनते ही आप सब के दिमाग में विचार आ रहा होगा | आखिर हम विचारो को बदल कैसे सफल हो सकते है ? हा ये सच्चाई है, हम अपने विचारो को बदल कर, हम अपने जिंदगी में सफलता की सीढ़िया चढ़ सकते है | हम वो सब कुछ कर सकते है, जो हम अपने जीवन में करना चाहते है , बनना चाहते है | तो जल्दी शुरू करते है  इस विषय को, क्योकि आपके दिमागों में हजारो विचार उठ रहे है? आखिर यह कैसा विचार है जो हमें सफल बना सकता है | तो आप सही सोच रहे है , क्योकि विचार ही हमारा व्यक्तित्व का निर्माण करता है, जो हमारे जीवन में जरुरत है सफल होने के लिये|
तो शुरू करते है आखिर कैसा विचार हम करे तो सफल हो सकते है | इससे पहले बता देना चाहता हु की आखिर, विचार है क्या ? और इसका हमारे जीवन में क्या महत्व है ? विचार वो है जो हम ना चाहते हुए भी हमारे दिमाग में चलता रहता है | विज्ञान के अनुसार हम पुरे २४ घंटे में ६०००० विचार हमरे मष्तिष्क में आते है , हमारे ना चाहते हुए भी हम प्रतिदिन सोचते या विचारते है | आप सब को यह बात सुनकर आश्चर्य हो रहा होगा | अगर विश्वास न हो तो आप थोडा सतर्क हो जाइये अपने विचारो के प्रति और गौर कीजिये | आप अचंभित होंगे इस बात को जानकर, क्योकि मैंने कहा  की विचार बनाये जिंदगी जब आप सतर्क होंगे तो आप देख पा रहे होंगे की आपके दिलो दिमाग में कौन सा अधिक विचार चल रहा है|
यही विचार आपके जीवन को बनाते है , आपके व्यक्तित्व में बदलाव लाते है | यानी आप अच्छे हो या बुरे ये सारी बात आपके विचारो पर निर्भर करती है , और विचार जो बनते है, वो हमारे आस-पास में घट रही घटनाओ से निर्माण होता है , आपका माहौल क्या है ? आप कैसे लोगो के बीच रहते है ? आपके दोस्त कैसे है ? आपके अगल बगल में लोग क्या सोचते है? इन सभी बातो का भी प्रभाव हमारे विचारो पर पड़ता है | और हम वैसे ही बनते चले जाते है | निर्भर ये करता है की आप बनना क्या चाहते है ? आप का आदर्श कौन है ? आप किन वसूलो व् विचारो पर अपना जीवन का निर्माण कर रहे है ? क्योकि हम जो सोचते है , थोड़ी देर सही हम वही बन भी जाते है | ये सच्चाई है , जैसे - "मन के जीते जीत मन के हारे हार" यानि आप जीतना चाहते है या हारना ये सब आपके ऊपर निर्भर करता है | जैसा सोच होगा वैसा विचार बनेगा, वही आपका कर्म भी बनेगा| यानी कोई भी कार्य पहले अपने दिमाग व् विचारो से बनते है, फिर जाकर वो भौतिक रूप व् सबके सामने उजागर होता है, यानि  हम जिस स्तर का सोच रखते है , तो हमारे अन्दर भी बदलाव उसी स्तर का होता है|
 यानि जब हम कुछ बड़ा सोचते है, तो हमारे अन्दर बदलाव भी बड़े स्तर से होते है | हम आज सभी जो कुछ भी है, वो हम अपने विचारो के स्तर से ही है| अगर आप जीवन में बहुत ही ख़ुशी से जी रहे है, तो इसका सीधा अर्थ है की- आपके विचारो में खुशिया है,आप सकारात्मक सोच रखने वाले है , आपके भाव में सकारात्मक उर्जा है , जो आप ख़ुशी से जी रहे है | यदि आप निराशा भरी जिंदगी जी रहे है, तो इसका मतलब भी की, आप नकरात्मक विचारो और उर्जा से घिर चुके है | निराशा जो है, वो हमारे जिंदगी का एक श्राप है , जो हमारे जिंदगी को एकदम सुनसान बना देती है , और हम अवशाद से ग्रसित हो जाते है, और जिंदगी हमें बेकार और बोझिल लगने लगता है , यहा तक की निराशा से ग्रषित होने के बाद बहुत से लोग आत्महत्या करने के बारे में सोचने या कर भी लेते है | निराशा क्यों होती है, जीवन में इस बात को समझना बहुत जरुरी है , क्योकि आज अधिकतर लोग इस बीमारी से जूझ रहे है, और जिंदगी को निराशाजनक बनाकर बोझ हो गए है खुद के लिये, इस धरती के लिए | क्यों कह रहा हु ऐसा- सोचिये ? क्योकि जीवन जो मिला है हमारा खुशियो से जीने व् बाटने के लिए, क्योकि ख़ुशी एक ऐसा उपहार है जो हम आसानी से प्राप्त कर सकते है , आसानी से खुश हो सकते है |
 ये सब बाते एक हमारे विचारो की ही देंन है , कैसे है तो हम जान लेते है | तो यह ऐसा विचार है, जो सकारात्मक और नकारात्मक विचारो पर निर्भर करती है | हम क्या सोचते है इस बात से तय होता है - खुशिया और निराशा, सफलता और असफलता , दुःख सुख सब कुछ जो है हमारे विचारो से ही तय होता है|जीवन में आपका क्या मंजिल है , करना चाहते है, और क्यों? ये सभी सवालों के जबाब ढूढ़ लिए है, तो आप आज भले जीवन को निराशाजनक जनक जी रहे है , लेकिन आने वाले समय में आप एक सितारे की तरह उभर कर आयेंगे, क्योकि आप कभी खुद  को जानने की कोशिश किये है , अपनी शक्ति को पहचानने के लिए , खुद को समझने के लिए तपाया है , जिंदगी के परिस्थितियों से संघर्ष किये है, सच बताये अगर आप कुछ बनने व् करने का ठान लेते है, तो आपका विचार आपको उसके तरफ अग्रसर करता है, उस काम को पूरा करने के लिये| एक सोच है मेरी-
" सोचना  और निर्णय लेना कठिन है, लेकिन उस काम को करना उससे भी आसांन है"
कैसे है ? तो इसपर एक छोटी सी मेरे जीवन में घटी घटना है, जो कुछ इस प्रकार है " मुझे २० फिट की उचाई से कूदना था पानी में पहले कभी ऐसा नहीं किया था, तो अन्दर डर भी बना हुआ था , लेकिन मैंने ठाना की, इस डर को ख़त्म कर, मै कुदूंगा  इस उचाई से, और मेरे कदम ३-४ बार पीछे हुआ, जा जाकर मै कूद नहीं पा रहा था, फिर कहा जो होगा देखा जायेगा , कदम बढ़ा और हिम्मत कर, सफल हुआ तो ये बात समझ में आई की " सोचने से ज्यादा करना कही आसान है", ये घटना केवल आपको समझाने के लिए बताया हु,  आप में से किसी के अन्दर मुझसे भी बेहतर पड़े है, लेकिन दुःख की बात ये है की, वो खुद को पहचानते नहीं है|
मई एक बात कहना चाहता हु की "पहचानो खुद को , और उसपर काम करो , आप अपने जीवन के सबसे उचाइयो पर रहेंगे, सफलताये आपकी कदम चूमेंगी|
सोचो कम, करो ज्यादा- ये अपना वसूल बनाओ, और करके दिखाओ, तभी जाकर आप आगे बढ़ पाएंगे, एक बात और मै इस लेख को ख़त्म करते हुए कहना चाहता हु की - अगर आपको लगता है मै कुछ कर जाऊंगा क्या करूँगा ये नहीं पता, तो सच बताये तो आप कर जायेंगे, कुछ बेहतर बस अपनी विचारो को सकारात्मक बनाये रखे और खुद पर काम करे , खुद को बीते कल से बेहतर बनाने की कोशिश करे| आप जीवन में अपने लिए और दुसरो के लिए भी बेहतर कर जायेंगे, बस चार दिन की जिंदगी है , अच्छा सोचो अच्छा करो|

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DHARMENDRA VISHWAKARMA 
FOUNDER- VISHWA HAPPINESS FOUNDATION

तुम्हारी ज़िंदगी रो रही है — जब तुम हर दिन खुद को पोर्न की लत में खो रहे हो

😔 परिचय: एक सच्चाई जो दिल तोड़ देती है तुम्हें पता भी नहीं चलता... हर बार जब तुम पोर्न देखते हो, हर बार जब तुम एकांत में उस आदत में डूबत...